आधुनिका
वही लोमड़ी,
वही वृक्ष की डाल,
वही कौवा ,
मगर अब नहीं रहा वह हौवा!
वही वृक्ष की डाल,
वही कौवा ,
मगर अब नहीं रहा वह हौवा!
लोमड़ी ने कौवे
को फुसलाया,
है पक्षिवर,
तुम्हारा गला है लता मंगेशकर,
सुना दो जरा शीला की जवानी,
ताकि हो जाये दुनिया दीवानी,
परन्तु कौवा भी निकला मस्त कलंदर
उसने चलाया अपना mp3 प्लयेर,
बोला वो,
वूफ़र तू मेरी में तेरा अम्प्लिफ़िएर!
लोमड़ी की चाल का काम हुआ तमाम,
कौवे ने लगा दी झंडू बाम !
इससे हमने सबक ये पाया ,
ये दुनिया है चापलूसों की माया
बच वही पाया जिसने दिमाग चलाया!
है पक्षिवर,
तुम्हारा गला है लता मंगेशकर,
सुना दो जरा शीला की जवानी,
ताकि हो जाये दुनिया दीवानी,
परन्तु कौवा भी निकला मस्त कलंदर
उसने चलाया अपना mp3 प्लयेर,
बोला वो,
वूफ़र तू मेरी में तेरा अम्प्लिफ़िएर!
लोमड़ी की चाल का काम हुआ तमाम,
कौवे ने लगा दी झंडू बाम !
इससे हमने सबक ये पाया ,
ये दुनिया है चापलूसों की माया
बच वही पाया जिसने दिमाग चलाया!
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